जिलाधिकारी द्वारा लगातार सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों को त्वरित एवं प्रभावी ढंग से लागू करने तथा प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ एवं संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से जिले के अनुमंडल एवं प्रखंडों में विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों का स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है। इसके मद्देनजर संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों की प्रगति एवं उपलब्धि को लेकर जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी बायसी, आपदा प्रभारी एवं संबंधित कार्यपालक अभियंता के साथ अनुमंडल कार्यालय बायसी में बैठक कर आवश्यक दिशानिर्देश दिये।
बैठक के दौरान अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा बताया गया की घाटों की संख्या कुल 6 हैं जहा पर अभी 7 नावों का परिचालन हो रहा है। जिला पदाधिकारी ने नावों की संख्या पर असंतोष व्यक्त किया एवं सभी अंचलाधिकारी बायसी अनुमंडल , आपदा प्रभारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी बायसी को निर्देश दिया गया वे स्वयं घाटों का निरीक्षण कर ज्यादा से ज्यादा नावों के साथ एकरारनामा करना सुनिश्चित करें।
साथ ही निर्देश दिया कि स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर उनसे चर्चा की जाए एवं उनके द्वारा दिए सार्थक सलाह के ऊपर कार्य किया जाए। जिला पदाधिकारी ने आपदा संपूर्ति पोर्टल पर लाभूकों का आधार सीडिंग अविलंब करने का सभी सीओ को निर्देश दिया। अनुमंडल बैठक के पश्चात डीएम का काफिला चरैया मौजा पहुंचा जो की महानंदा नदी के बाढ़ से प्रभावित होता है। वहाँ चल रहे बाढ़ नियंत्रण द्वारा कराए जा रहे कार्यों का स्थल निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी ने अनुमंडल पदाधिकारी बायसी एवम आपदा प्रभारी को महानंदा नदी के तटबंधों से अतिक्रमण हटाने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उसके बाद जिला पदाधिकारी ने महानंदा बाढ़ प्रबंधन योजना फेज टू कुट्टीघाट से झौआ तक दाया तटबंध अन्तर्गत चल रहे कार्य का स्थल निरीक्षण करने ग्राम कालू मस्तान टोला पहुंचे। जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में कराये गए बाढ़ निरोधक कार्य के कारण प्राथमिक विद्यालय कालू मस्तान टोला को महानंदा नदी में विलीन होने से बचा लिया गया है।
स्थल निरीक्षण में बाढ़ से पूर्व होने वाले बाढ़ निरोधक कार्यों की गुणवत्ता की जांच की गई एवं कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण को सभी चिन्हित सिव्यर एवं मॉडरेट श्रेणी स्थल पर ससमय गुणवतापूर्ण कार्य करने का निदेश दिया। साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी एवं आपदा प्रभारी को लगातार चल रहे कार्य का निरीक्षण कर जीपीएस कैमरा से स्थल पर चल रहे कार्यों का फोटो भेजने एवम समय समय पर स्थल निरीक्षण करने निर्देश दिया।